गुरुवार, 22 मई 2014

भ्रष्ट अफसरों को सम्मानित करेगी मप्र सरकार

जयजीत अकलेचा/ Jayjeet Aklecha

मप्र सरकार ने अपने उन भ्रष्ट अफसरों को सम्मानित करने का फैसला किया है, जिन्होंने गलत तरीकों से संपत्ति अर्जित करके राज्य का नाम रोषन किया। बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की अनौपचारिक बैठक में यह फैसला लिया गया।
सूत्रों के अनुसार सभी मंत्री इस बात पर सहमत थे कि राज्य का गौरव बढ़ाने वाले ऐसे अफसरों का सम्मान किया जाना चाहिए। एक वरिष्ठ मंत्री का मानना था कि मप्र कभी ‘बीमारू’ राज्यों में षामिल था। इसकी छवि बदलने में अतीत में नेताओं ने काफी मेहनत की। अब ये अफसर इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। आईपीएस अफसर मयंक जैन की खासतौर पर तारीफ की गई, जिनके घर पर लोकायुक्त छापों में अवैध रूप से अर्जित की गई करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज मिले। मंत्रिमंडल में आम राय थी कि ऐसे अफसर अपनी रिस्क पर प्रदेष का गौरव बढ़ाने का जो कार्य कर रहे हैं, वह अतुलनीय है। एक अन्य मंत्री ने जोषी दंपती को मप्र गौरव प्रषस्ति पत्र देने का प्रस्ताव रखा, जिसे मान लिया गया।
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि जिस तरह से अफसरों के घर दौलत मिल रही है, उससे दुनियाभर में अच्छे संकेत जाएंगे और इससे राज्य में निवेष बढ़ेगा। उन्होंने खासतौर पर लोकायुक्त पुलिस की भी सराहना की जिनके विषेष प्रयासों से ऐसे अफसरों के मामले सामने आ रहे हैं और प्रदेष गौरवान्वित हो रहा है।
गौर फिर नाराज: सूत्रों के अनुसार प्रदेष के वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर इस पूरे मसले पर नाराज दिखाई दिए। अपनी नाराजगी जताते हुए वे बैठक से बाहर आ गए। बाद में पत्रकारों से पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हर नाराजगी का कारण होना कोई जरूरी थोड़े ही है। बाद में उन्होंने तत्काल प्रभाव से पत्रकारों को लंच पर आमंत्रित कर लिया। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for your comment