बुधवार, 19 अगस्त 2020

New Baital Pachchisi : बेताल ने विक्रम को सुनाई ट्रम्प के रहस्यमयी प्लान की कहानी

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By Jayjeet

विक्रम की आत्मा 24 अकबर रोड पर सुस्ताने को रुकी ही थी कि हमेशा की तरह बेताल फिर उसकी बाइक की पिछली सीट पर टपक पड़ा। विक्रम समझ गया, लो, भूत फिर आ गया। स्साला फिर वही ऊटपटांग कहानी, फिर वही गीदड़ भभकी कि अगर मैंने जानते हुए भी जवाब न दिया कि मेरी बाइक के टायर के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे ...

मित्रो, कहानी को रोकते हुए कुछ बैकग्राउंड में चलते हैं। विक्रम की आत्मा पिछले कुछ दिनों से भारत में उतरी हुई है और इस समय दिल्ली में है। और जहां विक्रम है, वहां बेताल तो होगा ही। लेकिन विक्रम का रंग-रूप बदल गया है। फुल बाह की टीशर्ट-जिंस, हाथ में स्मार्ट फोन और धुआं उड़ाती बाइक। बेताल का रंग-ढंग वही है, वैसा ही भूत टाइपिया, लेकिन उसकी कहानियां बदल गई हैं। तो आइए सुनते हैं उसकी कहानियां और विक्रम के जवाब, इस नई बेताल माथापच्चीसी में...

तो आत्मा-ए-विक्रम की बाइक पर बैठते ही बेताल ने पहले तो गीदड़ भभकी दी। विक्रम ने कुटिल मुस्कान मारी जो मास्क के कारण बेताल को नजर न आई।

और शुरू हुई कहानी... सुन विक्रम। वैसे तो तू भी इस समय स्मार्टफोन के चाले में है और इसलिए तुझे सब पता ही होगा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। वहां चुनावों में अब पांच माह से भी कम का वक्त बचा है। वहां जो सर्वे आए हैं, उनमें ट्रम्प भाईसाहब अपने विरोधी बाइडेन से बहुत पीछे चल रहे हैं। फिर बाइडेन उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की कमला बाईजी को भी ले लाए हैं। ट्रम्प को सलाह दी गई कि अगर वे अमेरिका में भारतीयों पर फोकस करें तो बाइडेन की टक्कर में आ सकते हैं। जब ट्रम्प ने अपनी टीम से चर्चा की और पूछा कि इस संबंध में कौन हमारी मदद कर सकता है तो सभी हाथ उठा-उठाकर एक स्वर में चिल्लाने लगे - मोदी मोदी मोदी... । इसका मतलब यह है कि ट्रम्प को एक बार फिर से मोदी को यहां लाकर हाउडी मोदी जैसा कुछ करवाना होगा।

बेताल ने कहानी जारी रखी... लेकिन ट्रम्प तो ट्रम्प है। खुर्राट आदमी। उसने कहा- नहीं, अब हमारी स्थिति ऐसी नहीं रही कि हम थोड़ी-सी भी रिस्क उठाए। हमें ऐसा आदमी चाहिए जो 100 परसेंट हमें चुनाव जिताने की गारंटी देता हो। यह सुनकर उसके सारे सहयोगी बगलें झांकने लगे। उन्होंने तो यही नारा सुन रखा था कि मोदी है तो मुमकिन है। अब ये ट्रम्प साहब किस आदमी को लाने जा रहे हैं जो मोदी से भी बढ़कर हो और उन्हें चुनाव जितवा सके। फिर ट्रम्प ने जिस आदमी का नाम लिया, उसे सुनकर लोग हक्का-बक्का रह गए। कुछ लोग तो हंस के लोट-पोट भी हो गए। ट्रम्प से चिढ़ने वाले कुछ दरबारी तो आपस में यह भी कहने लगे कि हमने अब तक तो दूसरों से ही सुना था कि ट्रम्प पागल आदमी है। पर अब ये तो खुद ही अपने पर पागलपंथी की मोहर लगा रहा है। पर ट्रम्प के लिए तो ये था ट्रम्प कार्ड जो उसे चुनावों में जिताने की हंड्रेड परसेंट गारंटी दे रहा था।

इतनी कहानी सुनाने के बाद बेताल रुक गया। फिर बोला - विक्रम बता कि आखिर वह कौन हैं जिसका ट्रम्प ने नाम लिया और वह भी पूरे विश्वास के साथ। ट्रम्प की आखिर पूरी योजना क्या है। अगर तू जानकर भी चुप रहा तो तेरी बाइक के अगले टायर के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे...

विक्रम एक मिनट के लिए चुप रहा। फिर उसने 24 अकबर रोड पर स्थित उस सुनसान और खंडहर इमारत पर एक नजर डाली जहां कई चमगादड़ उलटे लटके-लटके जुगाली कर रहे थे। फिर बोलना शुरू किया, 'सुन बेताल। ट्रम्प है तो बहुत शातिर पॉलिटिशयन। वह जानता है कि किस आदमी का इस्तेमाल कहां करना चाहिए। उसने मोदी के बजाय जिस आदमी को चुना, उसका नाम है राहुल गांधी। भारत में अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार उसे अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। ट्रम्प ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मोदी जहां ट्रम्प के लिए 99 फीसदी जीत की गारंटी है, बल्कि राहुल गांधी 101 परसेंट।

बेताल जो अमूमन कहानी सुनाने के बाद बोलता नहीं था, वह राहुल का नाम सुनकर ही बीच में बोल पड़ा- पर राहुल! वह खुद अपनी सीट जीत नहीं सकता, वह भला ट्रम्प को क्या जितवाएगा? इसका समाधान करो फटफटिए वाले राजन!

विक्रम ने बोलना जारी रखा - ट्रम्प राहुल के टैलेंट का इस्तेमाल अपने विरोधी बाइडेन के पक्ष में रैलियां आयोजित करने में करेगा। ट्रम्प जानता है कि राहुल बाबा बाइडेन के पक्ष में जितनी अधिक रैलियां करेंगे, उतना ही बाइडेन की स्थिति कमजोर होती जाएगी। इतना ही नहीं, ट्रम्प यह भी करेंगे कि राहुल गांधी उससे रोज ट्विटर पर सवाल भी पूछें और उनमें उसे खूब आड़े हाथ भी लें। इससे भी धीरे-धीरे ट्रम्प की स्थिति बेहतर होती जाएगी और बाइडेन की स्थिति कमजोर। और एक समय ऐसा भी आ सकता है कि ट्रम्प क्लीन स्विप ही कर जाए और बाइडेन का सूपड़ा साफ हो जाए।'

वाह, विक्रम की आत्मा, तूने जवाब तो सही दिया, पर मैंने पहले ही कहा था कि तू एक शब्द भी बोलेगा तो मैं उड़ जाऊंगा... तू बोला और मैं चला।

और बेताल 24 अकबर रोड स्थित उस खंडकर इमारत के एक कंगूरे पर जाकर उलटा लटक गया...

(Courtesy :  hindisatire.com )

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