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शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

होली कब है, कब है होली : ऐसे ही 7 डायलॉग्स से सीखें गब्बर के मैनेजमेंट फंडे ............ ( Holi kab he )



By Jayjeet

ह्यूमर डेस्क। गब्बर सिंह केवल डाकू नहीं थे, बल्कि मैनेजमेंट के गुरु भी थे। वो तो केवल हम लोगों के दिमाग में मैनेजमेंट की बातें ठूंसने के लिए, हमें इंस्पायर करने के लिए उन्हें बंदूक उठानी पड़ी। 'होली कब है, कब है होली' (Holi kab he, kab he holi) जैसे उनके डायलॉग्स के जरिए सीखते हैं Guru Gabbar से मैनेजमेंट के कुछ फंडे ... 

1.होली कब है, कब है होली….
गुरु गब्बर अक्सर यह डायलॉग क्यों बोलते हैं? हमें यह सिखाने के लिए कि हमेशा भविष्य की प्लानिंग करके रखो। जो-जो इवेंट्स आने वाले हैं, उन्हें हमेशा दिमाग में रखो। साथ ही अपने लक्ष्य को ओझल मत होने दो। इसलिए बार-बार दिमाग को उंगली करते रहो, जैसे होली कब है, कब है होली… ।

2. जो डर गया, समझो मर गया…
गुरु गब्बर इसके जरिए यह कहना चाहते हैं कि आप चाहे कोई भी काम करो, आपको जिंदगी में रिस्क तो लेनी होगी। अगर आप रिस्क लेने में डर गए तो समझो आपके सपने भी उसी समय से मर गए।

3. यहां से पचास-पचास कोस दूर जब रात को बच्चा रोता है…
अपने इस बेहद इंस्पायरिंग डायलॉग के जरिए गुरु गब्बर दो बातें कहना चाहते हैं- एक, अपने ब्रांड/इमेज को इतना मजबूत बनाओ कि सब पर उसका प्रभाव हमेशा बना रहे। दूसरी, आपका अपना जो ब्रांड है, उस पर प्राउड करो, उसकी इज्जत करो। आप नहीं करोगे तो दूसरा भी नहीं करेगा।

4. अरे ओ साम्बा, कितना इनाम रखे है सरकार हम पर…
इसमें भी गुरु गब्बर खुद के ब्रांड को प्रमोट करने का ही ज्ञान दे रहे हैं। उनका कहना है कि बार-बार अपनी ब्रांडिंग करना आज के कॉम्पिटिशन के जमाने में बहुत महत्वपूर्ण है। नहीं करोगे तो कहीं के नहीं रहोगे।

5. कितने आदमी थे …
गुरु गब्बर कहना चाहते हैं कि अगर आपको अपने प्रतिस्पर्धी से आगे निकलना है तो पहले उसकी टीम और उसकी ताकत का आंकलन करना जरूरी है। इसीलिए वे बार-बार पूछते थे, कितने आदमी थे…

6. ले, अब गोली खा…
यहां गुरु गब्बर की प्रैक्टिकल सोच सामने आती है। वे यह कहना चाहते हैं कि कई बार ऑर्गनाइजेशन के हित में सख्त निर्णय भी लेने पड़ते हैं। यहां इमोशन वाला व्यक्ति फेल हो जाएगा। वैसे भी बीमार व्यक्ति को तो कड़वी गोली ही खिलाई जाती है।

7. छह गोली और आदमी तीन… बहुत नाइंसाफी है यह…
इसके पीछे गुरु गब्बर का सीधा-सा फंडा है – अगर आप लीडर की भूमिका में हैं तो अपने मातहतों को यह विश्वास दिलाते रहो कि आप केवल सही चीज में ही नहीं, नाइंसाफ टाइप की चीज में भी अपनी टीम के साथ है।

# gabbar-singh-dialogue  # holi kab he , # holi dialogue, # holi dialogue in hindi 


देखे यह मजेदार वीडियो भी : 

मंगलवार, 2 अगस्त 2022

चंदन चाचा के बाड़े में, नाग पंचमी की कविता (Nag panchami classic kavita )



नागपंचमी (Nag panchami) से संबंधित कविता चंदन चाचा के बाड़े में ...( chandan chacha ke bade me)। इसे मप्र के जबलपुर के कवि नर्मदा प्रसाद खरे ने लिखा था। इसे सबसे पहले 1960 के दशक में कक्षा 4 की बाल भारती में शामिल किया गया था। हालांकि कुछ सोर्स इसके कवि सुधीर त्यागी बताते हैें। 

नर्मदा प्रसाद खरे
सूरज के आते भोर हुआ
लाठी लेझिम का शोर हुआ
यह नागपंचमी झम्मक-झम
यह ढोल-ढमाका ढम्मक-ढम
मल्लों की जब टोली निकली।
यह चर्चा फैली गली-गली
दंगल हो रहा अखाड़े में
चंदन चाचा के बाड़े में।।

सुन समाचार दुनिया धाई,
थी रेलपेल आवाजाई।
यह पहलवान अम्बाले का,
यह पहलवान पटियाले का।
ये दोनों दूर विदेशों में,
लड़ आए हैं परदेशों में।
देखो ये ठठ के ठठ धाए
अटपट चलते उद्भट आए
थी भारी भीड़ अखाड़े में
चंदन चाचा के बाड़े में।।

वे गौर सलोने रंग लिये,
अरमान विजय का संग लिये।
कुछ हंसते से मुसकाते से,
मूछों पर ताव जमाते से।
जब मांसपेशियां बल खातीं,
तन पर मछलियां उछल आतीं।
थी भारी भीड़ अखाड़े में,
चंदन चाचा के बाड़े में॥

यह कुश्ती एक अजब रंग की,
यह कुश्ती एक गजब ढंग की।
देखो देखो ये मचा शोर,
ये उठा पटक ये लगा जोर।
यह दांव लगाया जब डट कर,
वह साफ बचा तिरछा कट कर।
जब यहां लगी टंगड़ी अंटी,
बज गई वहां घन-घन घंटी।
भगदड़ सी मची अखाड़े में,
चंदन चाचा के बाड़े में॥

वे भरी भुजाएं, भरे वक्ष
वे दांव-पेंच में कुशल-दक्ष
जब मांसपेशियां बल खातीं
तन पर मछलियां उछल जातीं
कुछ हंसते-से मुसकाते-से
मस्ती का मान घटाते-से
मूंछों पर ताव जमाते-से
अलबेले भाव जगाते-से
वे गौर, सलोने रंग लिये
अरमान विजय का संग लिये
दो उतरे मल्ल अखाड़े में
चंदन चाचा के बाड़े में।।

तालें ठोकीं, हुंकार उठी
अजगर जैसी फुंकार उठी
लिपटे भुज से भुज अचल-अटल
दो बबर शेर जुट गए सबल
बजता ज्यों ढोल-ढमाका था
भिड़ता बांके से बांका था
यों बल से बल था टकराता
था लगता दांव, उखड़ जाता
जब मारा कलाजंघ कस कर
सब दंग कि वह निकला बच कर
बगली उसने मारी डट कर
वह साफ बचा तिरछा कट कर
दंगल हो रहा अखाड़े में
चंदन चाचा के बाड़े में।।

# nag-panchami-kavita  # नागपंचमी की कविता

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

Humor Video : रिजॉर्ट के बाहर क्या कर रहे हैं अमित शाह?


 

बीते दिनों कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच बंगाल चुनाव में रैलियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह (amit shah) सोशल मीडिया पर लोगों के खासे निशाने पर रहे। बीजेपी की चुनावी राजनीति पर देखिए यह छोटा-सा व्यंग्य वीडियो :

रविवार, 14 मार्च 2021

Humor : राहुल का फनी इंटरव्यू ... हास्यास्पद सवालों के हास्यास्पद जवाब


 

राहुल का फनी इंटरव्यू ... हास्यास्पद सवालों के हास्यास्पद जवाब, पूरी गरिमा के साथ...

इसमें वे बता रहे हैं कांग्रेस को बचाने के अनूठे तरीके... उठा रहे हैं मोदी के आत्मनिर्भरता के नारे पर सवाल, कांग्रेसियों द्वारा दी गई कुर्बानी के बारे में भी दे रहे हैं लाजवाब तर्क... और एक सवाल उनकी समझदारी पर भी ...

(Disclaimer: इसका मकसद व्यक्तिगत कटाक्ष करना नहीं है, बल्कि इसके जरिए राजनीतिक व्यंग्य पैदा करना है।)

# rahul humour # rahul gandhi satire # congress satire


शुक्रवार, 5 मार्च 2021

Humor & Satire Video : केजरीवाल ने क्यों पहना भर गर्मी में मफलर? Exclusive Interview में उन्हीं से जानिए इसका सच ...


केजरीवाल ने क्यों पहना गर्मी में मफलर? मौसम विभाग के लिए क्यों इतना अहम है उनका मफलर? इस फनी एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वे बता रहे हैं इसका सच... देखिए, कार्टून कैरेक्टर्स में बना यह वीडियो...


शनिवार, 27 फ़रवरी 2021

Humor : राहुल ने मोदी पर देश बेचने का लगाया आरोप, अमित शाह ने क्या कहा, जरा सुनिए तो सही...



राहुल गांधी, मोदीजी पर लगातार देश को बेचने का आरोप लगाते जा रहे हैं। इस फनी और व्यंग्य वीडियो में देखिए एक अलग एंगल...

(Disclaimer : यह केवल राजनीतिक व्यंग्य है। किसी की व्यक्तिगत मानहानि का प्रयास नहीं।)

# modi satire # political satire # rahul per jokes

गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

Political Satire Video : चुनाव आते ही शुरू हुए अपशब्दों के बाउंसर, गालियों की गुगली...


पांच राज्यों में चुनाव नजदीक आते ही नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। ऐसे-ऐसे शब्द बोले जा रहे हैं कि डिक्शनरी भी शरमा जाए। चुनावी खेल में नेता एक-दूसरे पर अपशब्दों के बाउंसर डाल रहे हैं, तो गालियों की गुगली फेंकने से भी नहीं चूक रहे हैं।



सोमवार, 15 फ़रवरी 2021

Humor Video : राहुल गांधी ने दिया जब मोदी-शाह को तगड़ा जवाब...





राहुल गांधी ने रविवार को असम का दौरा क्यों किया, नरेंद्र मोदी और अमित शाह खुशी से झूम उठे। ऐसा क्यों? और राहुल न कैसा दिया तगड़ा जवाब, देखिए यह फनी वीडियो...

रविवार, 14 फ़रवरी 2021

Funny Short Video : पेट्रोल भरवाने से पहले क्या पैन कार्ड रखा?





पेट्रोल के भाव 100 रुपए के आसपास पहुंच गए हैं। तो ऐसे में उसी पर कटाक्ष करते हुए यह वीडियो है। कार्टून कैरेक्टर्स का इस्तेमाल किया गया है...

गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021

valentine day funny jokes : लड़कियां लड़कों को कहेंगी हैंडसम, तो लड़के क्या करें?

 


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Funny Video : कोरोना क्यों हुआ पस्त?


देश में कोरोना का असर कम होता जा रहा है। लेकिन इसकी वजह वैक्सीन कार्यक्रम कम, घर-गृहस्थी ज्यादा है। देखिए यह शुद्ध ह्यूमर एवं फनी वीडियो... कार्टून कैरेक्टर्स के जरिए....

ऐसे ही वीडियोज के लिए क्लिक करें...

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

Satire : रिहाना के एक ट्वीट की कीमत पूरे 18 करोड़ , क्या खाक बराबरी करेंगी कंगना!



किसान आंदोलन को लेकर भारत पर सवाल उठाने वाली अमेरिकन सिंगर रिहाना (rihana) अब खुद विवादों में हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि उनके पोस्ट के लिए rihana को कनाडा की एक पीआर फर्म ने 18 करोड़ रुपए दिए थे, जो खालिस्तान समर्थक से जुड़ी है। देखिए, यह व्यंग्य शॉर्ट वीडियो...

Video Jokes : पहले वो दुखी था, अब....?

 



# jokes in video

मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

Satire & Humor Video : इकोनॉमी में जबरदस्त योगदान देने वाले दारूबाज क्यों हैं बजट से नाखुश?

 



2020-21 के केंद्रीय बजट ने दारूबाजों को नाखुश कर दिया है। ऐसे ही एक दारूबाज से सुनिए कि उसकी दर्दभरी दास्तान...

सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

Budget Satire : आम आदमी को समझ में आया बजट, सदमे में पहुंची वित्त मंत्री






By Jayjeet

नई दिल्ली। बजट के इतिहास में पहली बार एक आम आदमी ने आम बजट को समझने का दावा कर आर्थिक और राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी है। इस खबर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सदमे में बताई जा रही हैं। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इसके लिए सीतारमण को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।

इस बीच, अनेक आर्थिक विशेषज्ञों ने इस दावे को फेक बताते हुए कहा है कि यह संभव ही नहीं है कि कोई आम आदमी आम बजट को समझ सके। न पहले कोई समझ सका है, न आगे कोई समझ सकेगा। हालांकि अभी इस आम आदमी की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है। सरकार ने इस आदमी के दावे की जांच के लिए आनन-फानन में तीन विशेषज्ञों की समिति गठित कर दी है।

विपक्ष ने मांगा सीतारमण का इस्तीफा
आम आदमी के इस दावे के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं। इसके लिए कांग्रेस ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को आगे किया है। चिदंबरम ने कहा कि आम आदमी के इस दावे ने वित्त मंत्रालय के इतिहास को कलंकित कर दिया है। उन्होंने इसके लिए सीतारमण को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।

सदमे में सीतारमण
आम आदमी के इस दावे के बाद सीतारणम सदमे में बताई जा रही हैं। सदमे में आने से पहले उन्होंने ऐसा बजट तैयार करने के लिए तीन जिम्मेदार अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने हिंदी सटायर को बताया, “वित्त मंत्री अपने कक्ष में अपने अफसरों पर चिल्ला रही थीं। जाहिलो, ऐसा कैसा बजट बना दिया कि एक आम आदमी भी इसे समझ गया। आप लोगों ने इसे हलवा समझ रखा क्या?” अफसर बार-बार दलील देते रहे कि मैडम, यह विपक्ष की साजिश है। ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता। आम आदमी तो हमारे फोकस में ही नहीं होता। लेकिन सीतारमण पर इसका कोई असर नहीं हुआ।

# budget  #budget Satire 

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रविवार, 31 जनवरी 2021

सोनू सूद से क्यों है शिकायत? एक व्यंग्य (Satire) वीडियो...


हाल ही इंदौर नगर निगम के कुछ कर्मचारियों द्वारा कुछ बूढ़े भिखारियों के साथ बदसलूकी की घटना सामने आई थी। इस दिल दहला देने वाली घटना के वीडियो देखकर सोनू सूद ने इन भिखारियों की मदद करने का प्रस्ताव रखा है। इसी पर यह एक व्यंग्यात्मक वीडियो है...