रविवार, 25 दिसंबर 2016

Humor : म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के? कहने वाले आमिर को छोरों ने दियो यूं कर्रो जवाब

aamir khan in dangal


By Jayjeet

पानीपत। फिल्म दंगल में आमिर खान की ये बात छोरों को दिल में चूभ गई कि “म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के?”। छोरों ने एक खर्रा लिखकर ऐसा कर्रा जवाब दिया कि आमिर की बोलती अब बंद हैं और छोरे फटेली जिंस पहन के आधी-अधूरी मूंछ पर तांव दे रहे हैं। छोरों की मानें तो उनके पास इतने काम हैं कि उन्हें फालतू कामों के लिए वक्त ही नहीं मिलता है। ये फालतू काम छोरियां करके जबरदस्ती का नाम कमा लेती हैं और फिर उनके पिताजी कहते हैं- छोरियां कम हैं के‌?

आमिर को लिखे इस पत्र की एक प्रति इन छोरों के पास से hindisatire.com ने भी कबाड़ ली। आइए पढ़वाते हैं छोरों की भावनाएं (परिवार के सभी सदस्य इसे पढ़ सकें, इसके लिए हमने कुछ शब्दों को सेंसर कर दिया है। सब समझ सकें, इसके लिए हमने भाषा भी एडिट की है।) :

1. हमें करवाने पड़ते हैं छोरियों के मोबाइल रिचार्ज
छोरियों के मोबाइल रिचार्ज करवाने की एक बड़ी जिम्मेदारी हम छोरों की है। इसे हम राष्ट्रीय कर्त्तव्य समझकर निभाते हैं। इसके लिए मोदीजी के भाषण का भी रास्ता नहीं देखते।

2. धूप हो या बारिश, छोरियों की स्कूटी के पंचर हमें ही ठीक करवाने पड़ते हैं
छोरियों की स्कूटी पंचर हो जाए तो उसे कौन ठीक करवाता है? ये छोरियां? हम करवाते हैं। छोरियां तो हमें स्कूटी पकड़ाकर पढ़ने चले जाती है या फिर बैडमिंटन की प्रैक्टिस करने। धूप हो कि बारिश, पंचर ठीक करवाने का काम हम ही करते हैं।

3. कई-कई Facebook अकाउंट मेंटेन करने होते हैं
छोरियों को केवल अपना फेसबुक अकाउंट मेनटेन करना होता है, जबकि हम छोरों को अपना ओरिजिनल अकाउंट मेनटेन करने के अलावा कम से कम चार फेक अकाउंट भी देखने पड़ते हैं। समय-समय पर इनकी प्रोफाइल पिक भी बदलनी होती है। इनके लिए अच्छे चेहरे-मोहरे वाली छोरियां भी ढूंढनी पड़ती है।

4. छोरियों के हॉस्टल के बाहर वेट करना पड़ता है
छोरियों के हॉस्टल के बाहर रोजाना दो से तीन घंटे तक उनके गैलरी में आने का रास्ता देखते हैं हम। छोरियां तो बड़ी चालाक होती हैं। घंटों कमरे के अंदर रहकर पढ़ाई करती रहती हैं। जो खेलने वाली छोरियां होती हैं, वे चुपके से बैडमिंटन या टेनिस का रैकेट लिए कल्टी मार जाती है। हम छोरे लोग राह ताकते रहते हैं। चीप छोरियां….!

5. क्रिकेट मैच भी देखने पड़ते हैं…
Last but not the least… हम छोरों को क्रिकेट भी देखना होता है। सारे रिकॉर्ड-विकॉर्ड मुंहजुबानी याद रखने होते हैं। छोरियों के लिए ये कम्पलसरी नहीं है।

आखिरी में थोड़े भावुक होकर इन्होंने लिखा- आमिर जी, अब आप ही बताओ कि तुम्हारी छोरियों से हम छोरे कम हैं के? फिर हम पर फिलिम काहे को नहीं बनाते?

#aamir_khan #humor #satire

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